मैं कानूनी रूप से दोहरे दर्जे का नागरिक हूँ

सम्पूर्ण भारतवर्ष में जब कोई नागरिक संकट में होता है तो 100 डायल करता है। पर यह मूलभूत सुविधा मुझे उपलब्ध नहीं है। और मैं अकेला नहीं हूँ। उत्तराखंड के लगभग दो तिहाही लोग इस मूल अधिकार से पूर्ण रूप से वंचित है। और अदालतें भी इस अवैधता को स्वीकार करती हैं।

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चारधाम चौड़ीकरण पर अदालती आदेश के मायने

चारधाम सड़क परियोजना पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के चलते अब चार लेन सड़क नहीं बन सकती। इस लेख के माध्यम से हम न्यायालय के आदेश का हिन्दी अनुवाद तो प्रस्तुत कर रहे ही हैं, साथ ही साथ यह लेख इस आदेश के संदर्भ व मायने को समझने का प्रयास भी है।

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मनुष्य भी रहते हैं इस देवभूमि में

डॉ. नवीन जुयाल ने बड़ी आसानी से एक बहुत बड़ी बात हमारे समक्ष रखी है। उनका कहना है कि सब लोग उत्तराखंड को देवभूमि कहते है और हम आत्ममुग्धता के गुब्बारे से फूले रहते हैं। असलियत यह है कि उत्तराखंड में मनुष्य भी रहते हैं जिनकी अपनी जरूरतें हैं, अपने सरोकार हैं। इस धरा से उनके भी जुड़ाव के मुद्दे हैं।

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चार धाम, चार लेन और चार सवाल!

‘चारधाम मार्ग का पुनरुद्धार’ के तहत हो रहे चौड़ीकरण को लेकर कुछ मूलभूत प्रश्न हैं जो बार-बार परेशान करते हैं। इन मसलों को, जो अन्य ‘पुनरुद्धारों’ के भी हैं, आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं ताकि तार्किक संवाद हो और हम किसी वाजिब निष्कर्ष पर पहुँचें।

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ज्ञानिमा के नाम और प्रतीक चिन्ह की कहानी

हम एक ऐसा नाम चाहते थे जो थोड़ा हट कर हो पर इतना आसान नहीं था ऐसा नाम ढूंढना जो हमारे विचारों का ठीक से प्रतिनिधित्व भी करे और हट कर भी हो। हमारे लिए ये भी जरूरी था की नाम हिन्दी में हो, आसानी से बोला या लिखा जा सके तथा सुनने में कर्णप्रिय हो। खोजते खोजते हम भारत की सरहद पार कर गए !

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